डिविडेंड यील्ड क्या है? जानिए स्टॉक मार्केट में निवेश का अहम पहलू

डिविडेंड यील्ड क्या है? जानिए स्टॉक मार्केट में निवेश का अहम पहलू

डिविडेंड यील्ड क्या है? What is dividend yield?

स्टॉक मार्केट में निवेश करना अब सिर्फ बड़े निवेशकों का काम नहीं रहा। छोटे निवेशक भी सही जानकारी और समझ के साथ शेयर बाजार में हिस्सा ले सकते हैं। लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है यह जानना कि डिविडेंड यील्ड क्या है और इसका निवेश पर क्या असर पड़ता है। अक्सर नए निवेशक सिर्फ शेयर की कीमत पर ध्यान देते हैं और डिविडेंड के महत्व को नजरअंदाज कर देते हैं। इस लेख में हम सरल भाषा में समझेंगे कि डिविडेंड यील्ड क्या है, इसे कैसे निकालते हैं और निवेशकों के लिए इसका महत्व क्या है।


Dividend Yield Meaning in Hindi,

डिविडेंड यील्ड एक वित्तीय संकेतक है जो बताता है कि किसी शेयर पर निवेश करने पर आपको कितनी वार्षिक आय (लाभांश) मिल सकती है। इसे प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है।

उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी का शेयर 100 रुपये का है और यह सालाना 5 रुपये का डिविडेंड देती है, तो डिविडेंड यील्ड 5 प्रतिशत होगी।

डिविडेंड यील्ड निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि शेयर से उन्हें कितनी आय हो सकती है, चाहे शेयर की कीमत बढ़े या घटे।

डिविडेंड यील्ड का कैलकुलेशन कैसे करें ?

डिविडेंड यील्ड निकालना आसान है। इसका फार्मूला है

डिविडेंड यील्ड = (वार्षिक डिविडेंड / शेयर की मार्केट कीमत) × 100

उदाहरण: मान लीजिए आपने 200 रुपये में किसी कंपनी का शेयर खरीदा और कंपनी ने सालाना 10 रुपये का डिविडेंड दिया।
तो डिविडेंड यील्ड = (10 / 200) × 100 = 5 प्रतिशत

इसका मतलब है कि आपके निवेश पर आपको सालाना 5 प्रतिशत आय मिल रही है।


TYPE OF DIVIDEND YIELD डिविडेंड यील्ड के प्रकार

डिविडेंड यील्ड दो तरह का होता है

  1. Nominal Dividend Yield – कंपनी द्वारा घोषित डिविडेंड और शेयर के फेस वैल्यू पर आधारित

  2. Market Dividend Yield – शेयर की मार्केट कीमत और वार्षिक डिविडेंड पर आधारित

उदाहरण: यदि कंपनी का फेस वैल्यू 10 रुपये है और डिविडेंड 1 रुपये है, तो Nominal Yield 10 प्रतिशत होगा। लेकिन यदि शेयर की मार्केट कीमत 50 रुपये है, तो Market Yield 2 प्रतिशत होगी।


डिविडेंड यील्ड का निवेशकों के लिए महत्व,

डिविडेंड यील्ड निवेशकों को निम्नलिखित फायदे देता है

  • नियमित आय – शेयर से सालाना आय का स्रोत

  • लॉन्ग टर्म निवेश में मदद – कीमत में उतार-चढ़ाव के बावजूद आय सुनिश्चित

  • मजबूत कंपनी का संकेत – उच्च डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों की आमतौर पर वित्तीय स्थिति मजबूत होती है

उदाहरण: मान लीजिए HDFC Bank या ITC के शेयर में डिविडेंड यील्ड 4 से 5 प्रतिशत है। इसका मतलब है कि निवेशक सालाना इस प्रतिशत के हिसाब से आय पा सकते हैं।

डिविडेंड यील्ड में निवेश के फायदे के साथ कुछ जोखिम भी होते हैं

जोखिम:

  • यदि कंपनी का मुनाफा घटे, तो डिविडेंड कम हो सकता है

  • उच्च डिविडेंड यील्ड हमेशा अच्छा संकेत नहीं है, कभी-कभी कंपनी की कीमत गिरने के कारण Yield बढ़ सकती है

  • शेयर की मार्केट कीमत पर अत्यधिक निर्भरता

उदाहरण: कभी-कभी कंपनी का शेयर 100 रुपये से गिरकर 50 रुपये हो जाता है और वार्षिक डिविडेंड 5 रुपये रहता है। इससे Yield 5 से 10 प्रतिशत हो जाती है। लेकिन कीमत गिरने का मतलब निवेशक को नुकसान भी हुआ है।


Conclusion: डिविडेंड यील्ड क्या है और निवेश में कैसे उपयोग करें

डिविडेंड यील्ड किसी शेयर पर निवेश की आय का महत्वपूर्ण संकेतक है। यह निवेशकों को बताता है कि शेयर से उन्हें कितनी वार्षिक आय मिल सकती है और लंबी अवधि के निवेश के लिए मददगार होता है।

ध्यान रखें, निवेश में हमेशा जोखिम होता है और कोई भी पूरी तरह से नुकसान से सुरक्षित नहीं रहता। डिविडेंड यील्ड को समझकर आप अपने निवेश का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं और स्टॉक मार्केट में समझदारी से कदम रख सकते हैं।

उच्च या स्थिर डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करके आप न केवल नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं बल्कि अपने निवेश को सुरक्षित भी रख सकते हैं।



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